‘क्योटो नयाचार (प्रोटोकॉल)’ जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र के समागम ढांचे (United Nations Framework Convention on Climate Change, UNFCCC or in short simply FCCC) के द्वारा तैयार एक व्यवहार-नीति का ब्योरा है । पिछले कुछ दशकों से वैश्विक स्तर पर यह महसूस किया जाने लगा है कि मानवीय सक्रियता के कारण विश्व की जलवायु में परिवर्तन हो रहे हैं और वायुमंडल का औसत तापमान निरंतर बढ़ रहा है । यदि इस दिशा में ठोस कदम समय पर न उठाये गये तो जलवायु परिवर्तन तथा तापमान वृद्धि से मानव जाति का अस्तित्व ही खतरे में पड़ सकता है । UNFCCC की स्थापना इसी समस्या के समाधान खोजने हेतु की गयी ।
संबंधित नयाचार या प्रोटोकॉल की आंरभिक स्वीकृति 11 दिसंबर 1997 में हुई, जिस पर विभिन्न देशों ने अलग-अलग समय पर हस्ताक्षर किये और तदनुरूप कार्य आरंभ करने का मन बनाया । अब तक 184 देश हस्ताक्षर कर चुके हैं । इस नयाचार में केवल वे ही शामिल हो सकते हैं जो UNFCCC के हस्ताक्षर-कर्ता हैं । शामिल हो चुकने के बाद 12 माह के नोटिस पर नयाचार छोड़ने की अनुमति भी इसमें है । गौरतलब है कि संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने इसे मानने से इंकार कर रखा है । (स्रोतः http://en.wikipedia.org/wiki/Kyoto_Protocol) – योगेन्द्र जोशी